टू व्हीलर बाइक इंश्योरेंस क्या है: इसकी परिभाषा, प्रकार और बेनिफ़िट जाने हिंदी में ! Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi

Bike Insurance क्या होता है – संपूर्ण जानकारी हिंदी में ! Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi

Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi
Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi

Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi

Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi : भारत में ज्यादातर दुपहिया वाहन चलती है जिसे मोटरबाइक या टू व्हीलर कहा जाता है । ऐसे में एक्सीडेंट की कैटेगरी में टू व्हीलर मोटरबइक की एक्सीडेंट के मामले बहुत ज्यादा देखने को मिलते हैं । जिससे बहुत सारे लोगों को बाइक दुर्घटना होने में शारीरिक और आर्थिक नुकसान दोनों ही होता है ।

ऐसी स्थिति में आपको चाहिए कि आप अपने मोटरबाइक Two Wheeler की Insurance करा ले । वैसे तो बहुत सारे लोगों को तो Two Wheeler Bike Insurance के बारे में पता होता है । लेकिन जिन लोगों को नहीं पता उनके लिए यह आर्टिकल काफी यूज़फुल हो सकता है । क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे Two Wheeler Bike Insurance क्या होता है ।

Two Wheeler Bike Insurance क्या होता है ? What is Bike Insurance in Hindi

Bike Insurance में इंश्योरेंस कंपनी और टू व्हीलर बाइक मालिक के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट होता है । जिसमें बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने या चोरी होने पर जो भी नुकसान होता है उसकी भरपाई Insurance कंपनी करती है ।
Bike चलाने वाले व्यक्ति कि अगर दुर्घटना में एक्सीडेंट हो जाती है या उसके बाइक की भी एक्सीडेंट हो जाती है । तो ऐसी स्थिति में Insurance कंपनी द्वारा आर्थिक सहायता राशि के रूप में दी जाती है । हम आपको बताते चलें कि भारतीय मोटर वाहन अधिनियम के तहत सभी प्रकार के टू व्हीलर वाहन का इंश्योरेंस होना अनिवार्य है । इसके अलावा सभी टू व्हीलर वाहनों का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस होना भी जरूरी है जो कि कम से कम 5 साल का पूरा चाहिए ।

Two Wheeler Bike Insurance कितने प्रकार का होता है ? – Types of Two Wheeler Insurance in Hindi

Two Wheeler Bike Insurance मुख्यतः दो प्रकार का होता है ।

1. Comprehensive Two Wheeler Insurance in Hindi
Comprehensive Two Wheeler Insurance में कंपनी द्वारा व्यक्ति के बाइक और व्यक्ति को पूर्णता इंश्योरेंस किया जाता है । जिसमें बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने पर तथा व्यक्ति के घायल होने या मृत्यु होने की स्थिति में Insurance कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है। जैसे बाइक सड़क हादसे में दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है या बाइक सवार की मृत्यु हो जाती है या फिर बाइक सवार विकलांग हो जाता है । अथवा बाइक चोरी हो जाती है या प्राकृतिक आपदाओं द्वारा हुए नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा किया जाता है । यह एक पूर्ण सुरक्षा बीमा है।
2. Third Party Two Wheeler Insurance in Hindi
थर्ड पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस में इंश्योरेंस की गई बाइक के द्वारा किसी और व्यक्ति की संपत्ति के नुकसान मतलब । अगर आपने अपने बाइक का इंश्योरेंस करा रखा है और उस इंश्योरेंस बाइक से यात्रा के दौरान किसी और व्यक्ति के वाहन की नुकसान होती है या व्यक्ति को चोट आती है । तो उसकी भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा की जाती है । भारतीय मोटर वाहन अधिनियम के तहत सभी टू व्हीलर दो पहिया वाहन का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराना अनिवार्य है । थर्ड पार्टी टू व्हीलर इंश्योरेंस नहीं कराने पर यदि गाड़ी चलाते हैं तो ₹2000 तक का जुर्माना लग सकता है ।

Two Wheeler Bike Insurance की विशेषताएं – Bike Insurance Benefits in Hindi

Two Wheeler के मालिक के पास दो प्रकार के इंसुरेंस को चुनने का विकल्प होता है जैसे कंप्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस
Two Wheeler रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति के पास थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराना अनिवार्य है । क्योंकि थर्ड पार्टी इंश्योरेंस ना होने की वजह से ₹2000 जुर्माना देना पड़ता है ।
कंप्रिहेंसिव टू व्हीलर इंश्योरेंस कराने से बहुत बड़ा फायदा वाहन मालिक को होता है । वाहन के नुकसान या थर्ड पार्टी के वाहन के नुकसान या किसी व्यक्ति के घायल होने पर इंश्योरेंस कंपनी द्वारा नुकसान की भरपाई की जाती है ।
Two Wheeler Insurance हो जाने की वजह से वाहन मालिक को भविष्य में किसी प्रकार की आर्थिक सहायता की जरूरत नहीं पड़ती। जैसे कि बाइक का एक्सीडेंट या बाइक चलाने वाले का एक्सीडेंट हो जाने पर अस्पताल का जो खर्चा होता है वह इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जाता है।
यदि Insurance अवधि के दौरान आप एक भी काम नहीं करते हैं तो इंश्योरेंस कंपनी द्वारा आपको नो क्लेम बोनस दिया जाता है ।
Two Wheeler Insurance पॉलिसी के तहत आपको बाइक दुर्घटना में 15 लाख रुपए तक का कवर किया जाता है । या राशि वाले केवल ₹1 लाख थी जिसे बाद में IRDA के तरफ से इसे बढ़ाकर ₹15 लाख कर दिया गया है ।
एक्स्ट्रा कवरेज के लिए आप इंश्योरेंस कंपनी से वैकल्पिक ऐडऑन कवर ले सकते हैं ।
Two Wheeler Bike Insurance आप ऑनलाइन भी करा सकते हैं और ऑनलाइन उसका प्रीमियम भी भर सकते हैं । इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है यह सारा काम इंटरनेट से ही हो जाता है।
Benefit of Two Wheeler Insurance in Hindi – Bike Insurance Ke Fayde in Hindi
आर्थिक सुरक्षा : टू व्हीलर का इंश्योरेंस कराने के बाद अगर आपकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है या चोरी हो जाती है । या फिर बाइक चलाने वाले की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तथा आपके बाइक के द्वारा किसी और व्यक्ति की मृत्यु होती है । या उसके वाहन की जो भी नुकसान होती है उसे इंश्योरेंस कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है।
NCB : यदि आप अच्छी तरीके से बाइक ड्राइव करते हैं और इंश्योरेंस अवधि के अंतर्गत आप एक भी क्लेम इंश्योरेंस कंपनी को नहीं करते हैं तो इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से आपको नो क्लेम बोनस ऑफर दिया जाता है । जिसमें आपके इंश्योरस को रिन्यू कराने पर आपके प्रीमियम को कम कर दिया जाता है तथा अन्य प्रोडक्ट पर आपको डिस्काउंट दिया जाता है ।
एक्सीडेंटल कवर : अगर आपके बाइक द्वारा किसी थर्ड पार्टी के वाहन या व्यक्ति को कुछ भी नुकसान पहुंचता है तो उसे इंश्योरेंस कंपनी द्वारा मुआवजा दिया जाता है। जिससे आप पर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ता ।
कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस कवर : जब आप नई बाइक लेते हैं तो आपको कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस कवरेज चुनने को कहा जाता है। जिसमें अगर आपकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है। तो आपके बाइक और आपकी तथा थर्ड पार्टी के नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जाता है । क्योंकि इसके अलावा अगर आप थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेते हैं । तो उसने केवल आपके बाइक के द्वारा दूसरे व्यक्ति के घायल या उसके वाहन के नुकसान की भरपाई की जाती है ।
Bike Insurance के प्रीमियम को प्रभावित करने वाले कारण
Bike Insurance कराने के बाद आपका प्रीमियम समय के साथ कम होता है जिसके कुछ कारण होते हैं आइए जानते हैं ।
डिप्रेशिएशन : आपकी बाइक की डेप्रिसिएशन जितनी अधिक होगी उतना ही कम प्रीमियम लगेगी । नहीं टू व्हीलर बाइक का कोई डेफिनेशन मुल्य नहीं होता ।
Age of bike : आपके बाइक की उम्र जितना अधिक होगा उतना ही कम प्रीमियम आपको देना होगा । क्योंकि डेप्रिसिएशन की वजह से टू व्हीलर की उम्र उसके बाजार मूल्य या इंश्योड डिक्लेयर्ड मूल्य के अनुपात में रहती है ।
IDV : इंश्योड डिक्लेयर्ड वैल्यू के जरिए आपके टू व्हीलर बाइक का वर्तमान वैल्यू पता चलता है । यदि आपकी बाइक की मार्केट वैल्यू कम है । तो इंश्योरेंस कंपनी आपसे कम प्रीमियम चार्ज करता है।।
NCB : यदि आप अपना बाइक सही तरीके से चलाते हैं और कभी दुर्घटनाग्रस्त आपकी बाइक नहीं होती है और अगर आप कोई भी क्लेम इंश्योरेंस कंपनी को नहीं करते हैं । तो कंपनी की तरफ से आपको नो क्लेम बोनस पॉलिसी के तहत आप के प्रीमियम पर छूट दी जाती है ।
Bike of Price : आप जितने अधिक मूल्य का बाइक खरीदते हैं आपका प्रीमियम उतना ही अधिक लगता है।
Security of Bike : यदि आप अपने बाइक में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोई सिक्योरिटी डिवाइस लग जाते हैं तो आपको प्रीमियम कम देना पड़ता है।
असुरक्षित स्थान : यदि आप पाइक किसी ऐसे जगह पर ड्राइव करते हैं जैसे कि कोई पहाड़ी इलाका या मेट्रोपॉलिटन शहर जहां दुर्घटना होने की जान से ज्यादा होती है । तो ऐसे में रिस्क बढ़ने के कारण आप का प्रीमियम भी ज्यादा लगता है ।
Two Wheeler Bike Insurance में क्या-क्या कवर किया जाता है ? – Bike Insurance Me Kya Kya Cover Hota Hai in Hindi
Two Wheeler Bike Insurance खरीदने से पहले आपको पता होना चाहिए कि बाइक इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर किया जाता है आइए जानते हैं :
प्राकृतिक आपदा : यदि आपकी बाइक प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़ भूकंप तूफान भूस्खलन बिजली गिरना जैसे स्थिति में । अगर आपकी बाइक की कोई भी नुकसान होती है तो उसकी भरपाई इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जाता है।
मानव निर्मित आपदा : आपके टू व्हीलर मोटर बाहर में किसी दंगे हड़ताल द्वारा होने वाले नुकसान को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जाता है।
एक्सीडेंट कवर : यदि आपकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है जैसे बाइक दुर्घटना या बाइक सवार की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में 15,00,000 रुपए का पर्सनल एक्सीडेंट कवर दिया जाता है । तथा हॉस्पिटल खर्च को भी कवर किया जाता है ।
चोरी होने की स्थिति में : यदि आपकी बाइक चोरी हो जाती है तो उसे इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कवर किया जाता है तथा उसके नुकसान की भरपाई की जाती है ।
थर्ड पार्टी कवर : आपकी बाइक से अगर किसी third-party व्यक्ति को चोट लगती है । या उसके वाहन की जो भी क्षति होती है उसकी भरपाई इंश्योरस कंपनी द्वारा किया जाता है ।

Two Wheeler Bike Insurance में क्या कवर नहीं किया जाता है ।

टू व्हीलर मोटर वाहन में कुछ स्थिति ऐसी होती है जिसमें इंश्योरेंस कवर नहीं किया जाता आइए जानते हैं :-
रोजाना उपयोग से होने वाले छोटे-मोटे नुकसान को कवर नहीं किया जाता है।
बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाने के दौरान हुए नुकसान की परसाई इंश्योरेंस कंपनी नहीं करती है ।
शराबी या किसी अन्य प्रकार के नशीले पदार्थ का सेवन करके बाइक चलाने के दौरान हुए नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी नहीं करती है ।
मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल ब्रेकडाउन से होने वाले नुकसान को इंश्योरेंस कंपनी को बात नहीं करती है ।
जानबूझकर बाइक को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में Insurance कंपनी मुआवजा नहीं देती है । क्योंकि आपके बाइक में हुए किसी भी प्रकार के नुकसान की भरपाई कंपनी जांच के द्वारा ही तय करती है । कि आपकी बाइक को आपने खुद नुकसान पहुंचाया है या प्राकृतिक रूप से नुकसान पहुंचा है यह जांच में पता चल जाता है । जिसके बाद ही तय होता है आपको मुआवजा मिलेगा या नहीं ।
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तो हमें उम्मीद है आपको यह जानकारी Two Wheeler Bike Insurance Kya Hota Hai in Hindi
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